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नीतिश कुमार जी, Investigative Journalist

इस बार Face to Face में हमारे मेहमान है Tv जगत की मशहूर हस्ती, जो किसी परिचय की मौहताज नही, नीतिश कुमार जी से की गयी बातचीत के कुछ अंश-

प्रश्न:– नीतीश जी आप अपने मीडिया के सफ़र के बारे में बताइये?
उत्तर :- मेरे सफ़र की शुरुआत आज से 26 साल पहले हुई, शुरुआत से ही मै इलेक्ट्रौनिक मीडिया में रहा। इस दौरान मैं कई टीवी चैनल में रहा, मैंने चैनल7 को आइबीएन7 में तब्दील होते देखा। Network18 के साथ मेरा एक अच्छा लंबा सफर रहा। अब मेरा अपना डिजीटल प्लेटफार्म Lemon Chuski चल रहा है, Breaking News with Nitish के नाम से मेरी स्पेशल स्टोरी देखी जा सकती है जो किसी और टीवी चैनल या सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर आपको नही मिलेगीे।

प्रश्न:- कुछ यादगार स्टोरियों के बारे में बताईयें ?
उत्तर:- यादगार स्टोरी की चर्चा चलने पर जो सबसे पहला नाम आता है, वो है स्वर्ग की सीडी का, इस स्टोरी ने खबरिया चैनल की दुनिया में adventure रिपोर्टिंग की शुरुआत की और उनको नया आयाम दिया. स्वर्ग की सीडी के बाद रूपकुंड, मलाना जैसी स्टोरी भी काफी चर्चा में रही। एक तरह से कहे तो Investigative Journalism की शुरुआत यही से हुई।

प्रश्न:– समाज में दिन प्रतिदिन बढ. रहे क्राइम के बारे में आप क्या कहेगें?
उत्तर- आज की नौजवान पीढ़ी बहुत कम समय में ही सब कुछ पा लेना चाहती है और इस तेज रफ्तार भागती दौडती जिंदगी के साथ वो उस चकाचौंद में खो जाता है और Shortcut अपना लेता है और यही भूल उसे अपराध की दुनिया में ले जाती है।

प्रश्न:– आप इतने दिन से क्राइम कवर कर रहे है इसमें आप का क्या experience रहा?
उत्तर- किसी भी story को करने से पहले उसके सभी तथ्यो का सही से अध्ययन करना चाहियें और सभी Facts को ध्यान में रख कर ही आगे बढ़ना चाहिये।

प्रश्न– हमारे देश की न्याय प्रणाली के बारे मे आपकी क्या राय है?
उत्तर- समाज में आ रहे दिन प्रतिदिन बदलाव के साथ ही अंग्रेजो के जमाने से चले आ रही इस न्याय प्रणाली में भी बदलाव की जरुरत है।

प्रश्न– Crime Control के बारे मे आप क्या सुझाव देना चाहेगें?
उत्तर – मै तो ये कहूंगा कि इसमें पब्लिक को भी पुलिस-प्रशासन का साथ देना चाहिये क्योंकि अकेले पुलिस कुछ नही कर सकती है, पब्लिक को भी जागरुक होने की जरुरत है तभी Crime Control हो पायेंगा ।

प्रश्न– क्या IPC और CRPC में बदलाव की जरुरत है?
उत्तर- एकदम बदलाव की जरुरत है क्योंकि IPC की कुछ धारायें ऐसी है जिनका कि दुरुप्रयोग हो रहा है और न जाने कितने बे वजह के मुकदमें चल रहे है और लोग जेल में बंद है, इससे कोर्ट और पुलिस-प्रशासन का वक्त बर्बाद होता है और बेगुनाह को परेशानी होती है।

प्रश्न– पुलिस-प्रशासन और Public के बीच अच्छे तालमेल के बारे में क्या सुझाव देगें?
उत्तर- इसके लिए पढ़े लिखे और अच्छे लोगो को आगे आने की जरुरत है तथा पुलिस के आला अधिकारियो़ को भी अपने स्तर पर Public के अच्छे तालमेल बनाने की जरुरत है।

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