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हिन्दी न्यूज चैनल News18 के श्री अमित पांडे जी

इस बार Face to Face में हमारे मेहमान है Network18 के हिन्दी न्यूज चैनल News18 India के श्री अमित पांडे जी, उनसे की गयी बातचीत के कुछ अंश-

प्रश्न:- अमित जी आप अपने बारे में बताइये?
उत्तर- पिछले 15 सालों से मैं इस संस्था से जुड़ा हूं। उससे पहले दो साल तक मैंने बतौर एसोसिएट प्रोडयूसर जी न्यूज में काम किया। मैंने पत्रकारिता की डिग्री भारतीय जनसंचार संस्थान से की है। दिल्ली युनिवर्सिटी से बीकॉम किया है और स्कूलिंग सिंधिया स्कूल ग्वालियर से की है। मैं रहनेवाला उत्तर प्रदेश के भदोही जिले का हूं।

प्रश्न:- आपको मी़ड़िया में आने की प्रेरणा कहां से मिली?
उत्तर- प्रेरणा तो किसी से नहीं मिली लेकिन कुछ खासियत हैं जिस वजह से मैं इस फील्ड में आया। मैं समझता हूं कि इस पेशे से समाज को मैं कुछ दे सकता हूं और हर दिन इस फील्ड में एक इंतिहान जैसा होता है….तो मैं समझता हूं कि अपनी काबलियत साबित करने के लिए इससे बेहतर पेशा इंसान के लिए कोई और नहीं है क्योंकि जनता के सामने आपके व्यक्तित्व का आइना झलकता है।

प्रश्न:- आप अपनी क्राइम की स्टोरियों के बारे मे कुछ बताइये?
उत्तर- आरुषि मर्डर केस, दिल्ली के सीरियल बम धमाके, निठारी नरसंहार, एसीपी राजबीर हत्याकांड कुछ ऐसी घटनाएं हैं जिन्होने मेरे कैरियर को एक नई दिशा दी। इन स्टोरियों ने जीवन के हर एक बिन्दुओं को छुआ। क्राइम, कोर्ट, समाज, इनवेस्टिगेशन, खौफ, थ्रिल….जीवन से जुड़ा हर एक पहलू इन स्टोरियों में देखा जा सकता है।

प्रश्न:- आप अपने Professional सफर के बारे कुछ बताइयें?
उत्तर- मैने अपने कैरियर की शुरुआत बतौर ट्रेनी जी न्यूज़ में 2003 मई में की। यहां मैने क्राइम फाइल और क्राइम रिपोर्टर प्रोग्राम बनाया। करीब दो साल बाद मैने चैनल सेवन बतौर करेसपांडेन्ट ज्वाइन किया। तबसे मैं यहीं पर कार्यरत हूं।

प्रश्न- क्या IPC और CRPC में बदलाव की जरुरत है?
उत्तर- हमारे कानून बहुत ज्यादा पुराने हैं उनकी जरूरत आज के समय के हिसाब से बहुत बदल गई है इसलिए आईपीसी और सीआरपीसी में बदलाव की तो जरूरत है ही, साथ ही हमारी न्यायपालिका को भी अब ऐसा बन जाना चाहिए कि आम आदमी को तुरंत और आसानी से इंसाफ मिल सके।

प्रश्न- देश में दिन प्रतिदिन बढ़ रहे क्राइम के बारे में आप क्या कहेगें?
उत्तर- क्राइम पहले भी होता था और अब भी रहा है। फर्क ये है कि जनसंख्या में बढ़ोत्तरी के साथ साथ उसका अनुपात भी बढ़ गया है और इन अपराधों की रिपोर्टिंग ज्यादा हो रही है। बढ़ते हुए अपराध के लिए समय के हिसाब से हमारी सामाजिक व्यवस्था का न ढल पाना एक बड़ी वजह है। इसीलिए नए तरह के अपराध मसलन साइबर क्राइम, मनी लांडरिंग, बिल्डर द्वारा धोखाधड़ी जैसे अपराध अपने उफान पर हैं और इनसे मुकाबला करने के लिए हमारी पुलिस व्यवस्था को भी बेहतर तैयारी कर लेनी चाहिए।

प्रश्न- Crime की स्टोरी कवर करते हुए आपको किस तरह की परेशानियां आती है?
उत्तर- स्टोरी की डेडलाइन मीट करना सबसे बड़ी चुनौती है। और उसके साथ जो सब्जेक्ट है उसी के अनुसार मेरी स्टोरी बने। इसके अलावा फील्ड पर बराबर खतरा रहता है असमाजिक तत्वों से जो शूट के दौरान व्यवधान पैदा करते हैं। जनता की भावनाओं के अनुरूप मेरी स्टोरी का मैसेज हो ये भी बहुत मुश्किल भरा काम है।

प्रश्न- आप वेजीटेरियन है या नान वेजीटेरियन है, और आपका पसंदीदा व्यंजन कौन सा है?
उत्तर- मै प्योर वेजीटेरियम हूं और राजमा चावल मुझे बहुत पसंद है।

प्रश्न- पांड़े जी, आपकी छुट्टी मनाने के लिए पसंदीदा जगह कौन सी है?
उत्तर- पहाड़ों में जहां माहौल शांत और ठंडा हो ताकि प्रकृति के पास रहकर मन को थोड़ा सुकून मिले।

प्रश्न- अमित जी, आपका फैवरिट टाइम पास क्या है?
उत्तर-परिवार और करीबियों के साथ ज्यादा से क्वालिटी टाइम बिता सकूं।

प्रश्न- रोज की भागती दौड़ती जिदंगी में आपका फिटनेस मंत्र क्या है?
उत्तर- फिटनेस का मूल मंत्र है कि “किसी भी बात को लेकर टेंशन न लें और किसी भी बात को दिल पर न लगाएं ”।

प्रश्न- पांडे़ जी आप किस तरह के लोगो को पसंद करते है?
उत्तर- स्ट्रेट फॉरवर्ड लोग जो सामने वाले को समझ सकें।

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