
नौएडा। 18 जुलाई 2025 गुरुग्राम निवासी शारदा विश्वविद्यालय में बीडीएस द्वितीय वर्ष की छात्रा ज्योति (21) ने शारदा विश्वविद्यालय के मंडेला गर्ल्स हॉस्टल में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी, सुसाइड नोट में छात्र ने सहायक प्रोफेसर और एसोसिएट प्रोफेसर पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है।
छात्रा के पिता रमेश जांगड़ा ने पुलिस को दी शिकायत में डेंटल साइंस विभाग के डीन प्रोफेसर एम सिद्धार्थ, एचओडी प्रोफेसर आशीष चौधरी, प्रोफेसर अनुराग, एसोसिएट प्रोफेसर डॉ मनिंदर सिंह चौहान, सहायक प्रोफेसर डॉक्टर सुरभि, सहायक प्रोफेसर डॉक्टर सैरी वशिष्ठ पर प्रताडना के आरोप लगाये थे। गौतमबुद्ध नगर थाना नॉलेज पार्क पुलिस ने मामले में सैरी वशिष्ठ और महेंद्र सिंह चौहान को गिरफ्तार कर जेल भेजा दिया। विश्वविद्यालय प्रशासन ने आरोपियों को निलंबित कर दिया गया है।
छात्रा ज्योति की आत्मा की शांति के लिए शारदा विश्वविद्यालय में श्रदांजलि सभा आयोजित की गई और दो मिनट का मौन रखकर शोक संवेदना व्यक्त की गई। विश्वविद्यालय ने प्रो वाईस चांसलर की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई है जो प्रकरण की जांच कर अपनी रिपोंर्ट देगी।
सुप्रीम कोर्ट ने मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए वरिष्ठ अधिवक्ता अपर्णा भट्ठ को न्याय मित्र नियुक्त किया है। महिला आयोग की राष्ट्रीय अध्यक्ष विजया किशोर रहाटकर ने भी स्वत: संज्ञान लिया है। आयोग की अध्यक्ष ने यूपी के डीजीपी से घटना से लेकर अब तक की कार्रवाई की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। और कहा है कि इस प्रकरण की निष्पक्ष, पारदर्शी और समयबद्ध जांच सुनिश्चित की जाए। ताकि घटना का सच सामने आ सके और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।