2 अप्रैल 2016 को एनआईए अफसर तंजील की शादी से लौटते वक्त बिजनौर में हत्या कर दी गई थी। वह कार से घर लौट रहे थे। कार में उनकी पत्नी और बच्चे भी थे। बदमाशों ने रास्ते में रोककर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई थीं। 24 गोलियां लगने से तंजील की मौके पर ही मौत हो गई जबकि उनकी पत्नी फरजाना ने 10 दिन बाद एम्स में दम तोड़ दिया था।
मुख्य आरोपी और 2 लाख रुपये के इनामी बदमाश मुनीर की तलाश में एटीएस, एसटीएफ, एनआईए समेत करीब 10 एजेंसियां एक-दूसरे के साथ तालमेल के साथ काम कर रही थीं। मुनीर किसी तरह के कम्युनिकेशन डिवाइस का यूज नहीं कर रहा था, इसलिए उसे ट्रेस करने में बेहद परेशानी हो रही थी। लिहाजा टीम ने मुखबिर तंत्र के जरिए उसकी तलाश की। सूचना मिली कि वह गाजियाबाद के क्रॉसिंग रिपब्लिक एरिया में छुपा है और मुंबई फरार होने की फिराक में है। सोमवार शाम से टीम पूरी रात उसकी तलाश में जुटी रही। मंगलवार सुबह ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बिसरख के पास मुठभेड़ के बाद बाइक से जा रहे मुनीर निवासी सहसपुर बिजनौर व उसके साथी अदनान शकील उर्फ सफर शेख उर्फ राजा साहब निवासी आंबेडकर नगर को अरेस्ट कर लिया गया। आरोपियों के पास से दो पिस्टल, एक रिवॉल्वर, कारतूस, पल्सर बाइक और 90 हजार रुपये कैश मिले।