
गाजियाबाद। अपराध पर अंकुश लगाने और कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए पुलिस आयुक्त जे. रविंद्र गौड़ (Police commissioner J Ravinder Goud) ने शुक्रवार को पुलिस लाइन में एक प्रेस वार्ता कर बताया कि गाजियाबाद में 2096 पुलिस अधिकारी बीट पुलिस अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। यह बीट पुलिस अधिकारी ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में काम करेंगे।
पुलिस आयुक्त ने बताया कि बीट पुलिसिंग में महिला पुलिसकर्मियों की 10 से 15 फ़ीसदी की भागीदारी तय की गई है बीपीओ अपने क्षेत्र की हर गतिविधि पर नजर रखेंगे और जनता से संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं का निस्तारण भी करेंगे। पुलिस आयुक्त ने बताया कि बीपीओ को बीट बुक दी गई है जिसमें क्षेत्र की गतिविधियों, अपराधियों, हिस्ट्रीशीटर, संभ्रांत लोगों, ग्राम मोहल्ला समिति, मॉल, रेलवे स्टेशन, बस, मेट्रो स्टेशन, अस्पताल, बैंक, धार्मिक स्थल, सर्राफा मार्केट और अन्य महत्वपूर्ण स्थान की जानकारी रखनी होगी। बीपीओ द्वारा पासपोर्ट, किराएदार, शस्त्र लाइसेंस और अन्य सभी तरह के सत्यापन किए जाएंगे।
पुलिस आयुक्त ने बताया कि सिटीजन चार्टर के तहत विभिन्न सत्यापन के लिए अब समय सीमा तय कर दी गई है। पासपोर्ट के लिए 15 दिन, किराएदार, नौकर कर्मचारी का सत्यापन 10 दिन में करना होगा। किसी भी आयोजन की एनओसी जारी करने के लिए 5 दिन की समय सीमा तय की गई है।
पुलिस आयुक्त ने कहा कि रिश्वत मांगने की शिकायत करने के लिए तीनों डीसीपी, दोनों एडिशनल सीपी और खुद पुलिस आयुक्त ने अपना नंबर सार्वजनिक किया है।
Reference: हिन्दुस्तान 3 मई 2025 पेज 1