लखनऊ। खूंखार अपराधियों को नियंत्रित करने वाले खुद कैदी बन गए। यह बात सुनने में भले ही अटपटी लगें लेकिन ये सच है। उत्तरप्रदेश के मेरठ जेल में डिप्टी जेलर की हत्या के मामले में गुरुवार को दो सहयोगी डिप्टी जेलरों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है।
मामला मंडलीय कारागार मेरठ का है वर्ष 2007 में कारागर में तैनात डिप्टी जेलर नरेंद्र द्धिवेदी की जेल परिसर के निकट स्थित बाजार में गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में जेल में तैनात दो डिप्टी जेलर समेत नौ लोगो के खिलाफ मामला दर्ज किया था। लम्बी अदालती प्रक्रिया के बाद इस मामले में न्यायलय ने नौ आरोपियों में से सात को बरी करते हुए जेल पर तैनात डिप्टी जेलर अविनाश चौहान और राजेश कुमार को आजीवन कारावास की कजा सुनाई।
Reference: राजस्थान पत्रिका, 31 मार्च 2012, पेज 03